-कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं पांडे
-वैज्ञानिक के रुप में कई देशों में कर चुके हैं भारत का प्रतिनिधित्व
-कुछ दिन पूर्व पाए गये थे कोरोना संक्रमित
हल्द्वानी: आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के पूर्व निदेशक और वैज्ञानिक अनिल पांडे का हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
कुछ दिन पूर्व ही अनिल पांडे कोरोना संक्रमित पाए गये थे। उनके निधन के बाद नैनीताल एरीज समेत हल्द्वानी में शोक की लहर दौड़ गई है। उत्तराखंड में कोरोना ने लगातार कई लोगों की जिंदगी लील ली है।
शुक्रवार को नैनीताल के आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान एरीज के पूर्व निदेशक और वैज्ञानिक अनिल पांडे भी कोरोना के कारण हमारे बीच नहीं हैं।
संस्थान से सेवा निवृत्ति के बाद अनिल पांडे हल्द्वानी में निवास रह रहे थे। वे बीते दिनों ही कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। हल्द्वानी निवासी अनिल पांडे अपने पीछे पत्नी, माता और बेटे को छोड़ गए है।
डीएसबी नैनीताल से एमएससी की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एरीज में नौकरी ज्वाइन की थी। साल 2013 में उन्होंने एरीज का निदेशक का पदभार संभाला था।
अनिल पांडे वैज्ञानिक थे और भारत की ओर से वे कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। उन्हें कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
डॉक्टर अनिल पांडे की 150 से ज्यादा शोध पत्र विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। डॉक्टर अनिल पांडे के निधन पर सांसद अजय भट्ट ने दुख जताया है।