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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरिद्वार में संतोषी की बेटी साथी आयोजित कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

हरिद्वार: गृहमंत्री अमित शाह ने देहरादून में विभिन्न कार्यक्रमों के बाद शनिवार को हरिहर आश्रम, कनखल, हरिद्वार में जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि से भेंट कर देव-दर्शन एवं पूजन-अर्चन किया। साथ ही देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज के मृत्युंजय सभागार में में स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में ‘‘मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण’’ विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में भाग लिया।

आचार्य महामण्लेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ हिंदू धर्म आचार्य सभा के प्रमुख संत एवं शीर्षस्थ गणमान्य विभूतियों से आध्यात्मिक भेंट एवं अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की।
स्वामी अवधेशानन्द गिरि ने कहा कि राष्ट्र के सकल अभ्युदय एवं विश्व-कल्याण की मंगलकामना के लिए अमित शाह ने श्रीहरिहर आश्रम पधार कर भगवान महामृत्युंजय महादेव एवं श्री पारदेश्वर महादेव के दर्शन और पूजन किये हैं ।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि गायत्री परिवार ने सनातन धर्म का पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार अपना स्वर्ण जयन्ती महोत्सव मना रहा है तथा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य होते हैं तो देश की संस्कृति को ऊर्जा मिलती है। हम ऐसी गतिविधियों का हमेशा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि करोड़ों गायत्री मंत्रों के उच्चारण से यहां दिव्य वातावरण बना है। इससे आनन्द व उत्साह दोनों बढ़ते हैं। गृह मंत्री ने आचार्य श्रीराम शर्मा का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन का कालखण्ड गायत्री मंत्र को घर-घर तक पहुंचाने में लगा दिया। इसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है।

उन्होंने गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों का उल्लेख करते हुए कहा कि गायत्री मंत्र के 24 अक्षर, 24 सद्ग्रन्थियों को जाग्रत करते हैं, जो हमें देवत्व की ओर ले जाते हैं। उन्होंने गायत्री मंत्र के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि दिव्य गायत्री मंत्र का शुद्ध उच्चारण करने से यह आपको देवत्व की ओर ले जा सकता है। उन्होंने बताया कि मैं चार साल की आयु से गायत्री मंत्र का जाप कर रहा हूं। आजादी का अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने काफी बलिदान दिये। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव संकल्प लेने का वर्ष है।

उन्होंने कहा कि हम छोटे-छोटे संकल्प लेकर जैसे पानी बचाना, अन्न की बर्बादी रोकना आदि का संकल्प लेकर भारत को विश्वगुरू के पद पर स्थापित कर सकते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, योगगुरु स्वामी रामदेव, गीता ज्ञान संस्थानम्, कुरुक्षेत्र के प्रमुख गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द, हिन्दू धर्म आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती, पूज्य स्वामी निर्मलानंदनाथ जी महाराज, चुन चुन गिरि मठ (कर्नाटक), आचार्य श्री कृष्णमणि, प्रमुख : कृष्ण प्रणामी संप्रदाय (गुजरात- राजस्थान), महामंडलेश्वर श्री स्वामी विश्वेश्वरानंद सरस्वती, मुंबई( सुरत गिरि बँगला, हरिद्वार), सहित अनेक गणमान्य विभूतियों की भी इस में उपस्थिति रही।