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अतिथि शिक्षकों ने किया कार्यबहिष्कार, कहा जल्द ही समस्याओं का समाधान न हुआ तो होगा बेमियादी आंदोलन

अल्मोड़ा/चौखुटिया/द्वाराहाट: अतिथि शिक्षकों द्वारा दो माह बीतने के बाद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किए जाने से उनमें खासा रोष व्याप्त है। दूसरे दिन भी कार्यबहिष्कार चल रहे अतिथि शिक्षकों ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के साथ ही विभिन्न विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर धरना.प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही समस्याओं के समाधान को लेकर कारगर उपाय नहीं किए गए तो अतिथि शिक्षक संगठन बेमियादी आंदोलन को बाध्य होगा। स्पष्ट तौर पर कहा कि हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उधर द्वाराहाट में अतिथि शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया।

धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में अतिथि शिक्षकों के पदों को सुरक्षित रखे जाने की बात कही थी। जिसका शासनादेश अब तक जारी नहीं हो पाया है। वहीं शिक्षकों की मूल जनपदों में तैनाती विषय का मामला भी अब तक लटका है।

इस मौके पर आंदोलन की धार को तेज करने के लिए नई कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। जिसमें हरीश चौहान जिला अध्यक्ष, सुभाष जोशी महामंत्री, राजेंद्र साही उपाध्यक्ष, भावना ठाकुर महिला उपाध्यक्ष, सुमित पांडे कोषाध्यक्ष, मंजुल पंत उपसचिव, राकेश कुमार मीडिया प्रभारी व भूपेंद्र आगरी सहमीडिया प्रभारी चुने गए।

वहीं चौखुटिया से भी दो सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को दूसरे दिन भी विकास खंडभर के अतिथि शिक्षक हड़ताल पर रहे। उन्होंने शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर निरीक्षण भवन परिसर में एकत्र होकर सांकेतिक धरना.प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

इस दौरान बैठक कर कहा कि अतिथि शिक्षकों के पद सुरक्षित न होने से वे अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं। सभी ने एक स्वर से उनके पदों को सुरक्षित किए जाने की पुरजोर मांग उठाई।

वक्ताओं ने बाहर के जनपदों में तैनात गेस्ट शिक्षकों का स्थानांतरण मूल जनपद अंतर्गत करने की भी मांग की। कहा कि दो माह बीतने के बाद भी उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई न होने से उन्हें दो दिन कार्य बहिष्कार करना पड़ा है। जल्द मांगें न मानी जाने पर फिर से आंदोलन करने का बैठक में निर्णय लिया गया।

अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष महेश चंद्र गौड़ ने किया। कार्यक्रम में डा, महेश मावीवाल, विक्रम रावत, हेम चंद्र सती, आनंद बल्लभ, दीपक चंदोला, चंद्रपाल, जगदीश मठपाल, दुर्गा नेगी, गायत्री अटवाल, हेमलता नेगी, जगत सिंह, नौशाद अली, कमालुद्दीन, संदीप कुमार, आनंद सिंह, दानी राम, शिवांशु व सिकंदर राठौर आदि ने भागीदारी की।