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हरिद्वार में पकड़ा गया दिल्ली का 50 हजार का इनामी अब्बास, सट्टा किंग कलवा सूफी को मारी थी गोली

पुलिस ने अब्बास के पास से 9 एमएम पिस्टल की बरामद
-हरिद्वार में छिपने के इरादे से आया था शातिर बदमाश

हरिद्वार:  उत्तराखंड पुलिस ने दिल्ली के इनामी बदमाश अब्बास उर्फ राजू को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। राजू पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। राजू ने सितंबर 2019 में नई दिल्ली के उस्मानपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुरी मोहल्ले में कुख्यात गैंगस्टर सट्टा किंग कलवा सूफी को दिनदहाड़े गोली मारी थी। हालांकि इस गोलीकांड में कलवा सूफी बच गया था। इस कांड के बाद ही राजू चर्चाओं में आ गया था।

हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने जिला पुलिस मुख्यालय रोशनाबाद में शनिवार को मामले का खुलासा किया। हरिद्वार एसएसपी ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस टिहरी विस्थापित इलाके में चेकिंग कर रही थी। तभी बाइक सवार एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा। हालांकि पुलिस ने उसे वहीं दबोच दिया।

इसके बाद पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपना नाम अब्बास उर्फ राजू बताया। पुलिस ने उसकी जानकारी निकाली तो पता चला कि राजू पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम रखा हुआ है। वह काफी समय से फरार चल रहा है। राजू के पास से हरिद्वार पुलिस को 09 एमएम की पिस्टल व जिंदा कारतूस भी मिले हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि ये पिस्टल उसे सवराज ने कलवा सूफी को मारने के लिए दी थी। आरोपी के खिलाफ करीब 12 मुकदमे पहले से ही चल रहे हैं। दिल्ली पुलिस को अपराधी के बारे में सूचना दे दी गई है।हरिद्वार एसएसपी के मुताबिक आरोपी मूल रूप से यूपी के बुलंदशहर का रहने वाला है, जो फिलहाल दिल्ली में रह रहा है। आरोपी के खिलाफ सभी मुकदमे गभीर धाराओं में दर्ज हैं।

अब्बास के खिलाफ हरिद्वार में दर्ज हुआ आर्म्स एक्ट का मुकदमा

हरिद्वार में आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। राजू अपना गैंग चलाना चाहता था। दो गैंगस्टरों के बीच जो झगड़ा चल रहा था उसी में एक गैंगस्टर की तरफ से राजू को 10 लाख रुपए मिले थे। सट्टा किंग कलवा सूफी को गोली मारने के बाद राजू दिल्ली से फरार चल रहा था। हरिद्वार एसएसपी के मुताबिक आरोपी पिछले कुछ समय से हरिद्वार में रह रहा था। दिल्ली से फरार होने के बाद आरोपी काफी समय गोवा में रहा। हरिद्वार में आरोपी ने किसी वारदात को अंजाम नहीं दिया है। हरिद्वार में ये छिप कर रहने के इरादे से आया था।