देहरादून: विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में केशर जन कल्याण समिति ने माजरी माफी स्थित समिति मुख्यालय में पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन किया।
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए समिति अध्यक्ष एडवोकेट एन के गुसाईं ने कहा कि हम सभी लोग आज पर्यावरण दिवस के दिन पौधारोपण तभी करें,जब हम उसमें पानी और खाद निरंतर डालने में सक्षम हों,केवल एक सैल्फी अथवा दिखावे के लिए नर्सरी में पल रहे पौधे की जान लेना उचित नहीं है।
कहा कि हममें से अधिकांश लोगों के मुंह से पर्यावरण के नाम व संरक्षण की दिशा में वर्षभर “प” शब्द भी नहीं निकल पाता है,फिर वर्ष के इस एक दिन के लिए बड़े बड़े आडम्बरों से क्या लाभ।इससे तो हम स्वंय के साथ-साथ भावी पीढियों व पर्यावरण के साथ भद्दा मजाक करते हैं,जो कि भावी मानव जीवन के साथ साथ हर प्राणी मात्र के लिए किसी भी स्थिति में उचित नहीं है।
कहा कि यदि हम वर्षभर वृक्षारोपण करें,जंगलों को आग से बचायें,प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन न करें,प्लास्टिक वस्तुओं को कम मात्रा में उपयोग में लायें,सीवर व गंदी नालियों का पानी नदियों में जाने से रोकने,समय समय पर स्वच्छता अभियान चलायें,मौन पालन व परम्परागत कृषि कार्य करें,वर्षा जल का संचय करें,कूड़े कचरे को उचित जगह पर ही निपटान करें आदि कार्य करें तो ही पर्यावरण दिवस मनाने की सार्थकता है।
गोष्ठी में समिति अध्यक्ष एडवोकेट एन के गुसाईं,मंजू गुसाईं,नीलम कोहली,मुकेश डंडरियाल,नवीन पुरोहित, बीना रावत,प्रदीप कुमार,जगमोहन रावत,उमेश भट्ट,सुरेन्द्र कैंतुरा,दीपक रावत,बृजेन्द्र रावत,अजय रावत,जय सिंह राता,मनोज ठाकुर,एमएस रावत,शिशुपाल चौहान,प्रताप सिंह बिष्ट,अजीत,अमित आदि उपस्थित थे।