चमोली: जनपद चमोली के दूरस्थ क्षेत्र सुमना से एक बार फिर आग्लेशियर टूटने की खबर सामने आई है। जिले में भारत-चीन सीमा से लगे क्षेत्र सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है। ग्लेशियर हादसे में काफी नुकसान होने की आशंका बताई जा रही है।
शुक्रवार 23 अप्रैल को जनपद चमोली के सुमना-रिमखिम सड़क से लगभग 4 किमी की दूरी पर यह ग्लेशियर हादसा हुआ। घटना वाली जगह से 3 किमी दूर बीरआरओ और श्रमिक शिविर लगा हुआ है।
इस क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से लगातार भारी बारिश भी हो रही थी। इसी बीच बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया।
हादासे की सूचान मिलने के बाद भारतीय सेना द्वारा बचाव अभियान शुरू किया गया । जिसके बाद 291 मजदूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है। वही,बचाव टीम ने दो शव भी बरामद किए है। सेना द्वारा बचाव अभियान अभी भी जारी है।
मल्टीपल लैंड स्लाइड के कारण चार से पांच स्थानों पर सड़क संपर्क कट गया है। जोशीमठ से बीआरटीएफ की टीमें बीती शाम से भपकुंड से लेकर सुमना तक की स्लाइड्स को साफ करने में लगी हुई है। वहीं जवानों ने बताया की इस पूरी सड़क को साफ करने में 6 से 8 घंटे का समय लगने की उम्मीद है।
घटना की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चमोली के लिए रवाना हो गए है। सीएम फिलहाल मौसम खराब होने की वजह से चमोली में ही रहकर हालातों का जायजा लेंगे। मौसम अगर सही रहा तो मौके पर भी जा सकते हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर सीएम तीरथ सिंह रावत से फोन पर बात की है। जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मौके के लिए रवाना हुए ।
वहीं, घटना में कई लोगों के दबे होने की सूचना मिल रही है। चमोली में एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की मार पड़ी है।