-बैंकों पर कार्यवाही नहीं तो यूकेडी का जन आंदोलन छेड़ने का ऐलान
देहरादून : जिला सहकारी बैंक देहरादून में भर्ती तथा घोटाले जांच की मांग करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन और नारेबाजी की।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि जिला सहकारी बैंक देहरादून मे बैकडोर से अवैध भर्तियां हो रही हैं।इसके अलावा बिना भौतिक सत्यापन के दिये गये करोडों का लोन डूब गया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड क्रांति दल सहकारी बैंकों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ तीखे तेवर अपना लिए हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल ने आज जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए सहकारी बैंक देहरादून के खिलाफ जांच बिठाने की मांग की है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने आरोप लगाया कि लंबे समय से सहकारी बैंकों के डायरेक्टर और आम जनता सहकारी बैंकों में नियुक्ति घोटाले लोन घोटाले और खरीद घोटालों को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं. लेकिन सहकारी बैंक कानों में तेल डाल कर बैठा हुआ है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय संगठन सचिव युवा मोर्चा अरविंद बिष्ट ने कहा कि यदि बैंक अफसरों के घोटालों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई तो उत्तराखंड क्रांति दल सहकारिता में व्याप्त घोटालों पर जन आंदोलन छेड़ेगा।
चतुर्थ श्रेणी की भर्तियों को नियम विरुद्ध ढंग से किए जाने पर यूकेडी ने विरोध किया था।
इसको लेकर नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जांच की बात कहते हुए भर्तियां निरस्त कर दी थी, किंतु अब सहकारी बैंकों में तृतीय श्रेणी के पदों पर बैक डोर से भर्तियां की जाने की तैयारी हो रही है।
उत्तराखंड क्रांति दल के देहरादून जिलाध्यक्ष दीपक रावत ने सचिव सहकारिता को तमाम दस्तावेज के साथ सहकारी बैंक देहरादून में की गई अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की है।
महिला मोर्चा की कार्यकारी जिलाध्यक्ष किरन रावत ने कहा कि पूर्व में भी कई बार बैंक में व्याप्त घपले घोटालों को लेकर वह आवाज उठा चुके हैं लेकिन उनके शिकायती पत्रों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
लताफत हुसैन, सीमा रावत, राजेश्वर रावत ने आरोप लगाया कि ,”नियुक्ति घोटालों के साथ ही ऋण वितरण में भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है। भारी कमीशन लेकर ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है।
वहीं घाटे वाले स्थानों पर भी नई नई शाखाएं चहेतों को उपकृत करने के लिए खोली जा रही है। भ्रष्ट अधिकारियों को प्रमोशन दिया जा रहा है और उनकी जांच रफा-दफा की जा रही है।
जबकि भ्रष्टाचार में शामिल होने से इनकार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बेवजह ट्रांसफर आदि से उत्पीड़ित किया जा रहा है।
उत्तराखंड क्रांति दल ने सहकारी बैंकों में व्याप्त घोटालों पर जांच न होने पर आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है।