-समीक्षा बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश
देहरादून: प्रदेश के पर्यटन सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के अंतर्गत विभिन्न मोटर मार्गो एवं पेयजल योजनाओं के संदर्भ में अधिकारियों के साथ एक बैठक कर समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
महाराज ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के अंतर्गत पेयजल संबंधी समस्याओं एवं मोटर मार्गो की जीर्ण क्षीर्ण स्थिति के शीघ्र निराकरण किये जाने को लेकर अपने कैंप कार्यालय 17 सुभाष रोड पर पेयजल एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्लू डी) के अधिकारियों के साथ एक बैठक की!
बैठक के दौरान महाराज ने समस्याओं के त्वरित निदान के दिशा निर्देश देते हुए विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल की प्रस्तावित पेयजल योजनाओं जिनमें 2257.42 लाख की गुज्जरखंड पंपिंग पेयजल योजना, 3036.65 लाख की बरसुंड देवता पंपिंग पेयजल योजना, 2840.93 लाख की वेदीखाल जोगीमणि पंपिंग पेयजल योजना और 3117.91 लाख की भूमियाडांडा पंपिंग पेयजल योजनाओं पर पेयजल अधिकारियों को अति शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए ।
महाराज ने अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि पेयजल समस्याओं का समय पर निराकरण ना होने से ग्रामीणों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और पेयजल की समस्या निरंतर क्षेत्र में बनी हुई है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विकासखंड पोखड़ा के अंतर्गत जूनीसेरा चौबट्टाखाल पंपिंग पेयजल योजना में कार्यरत ऑपरेटरों को विगत 11 माह से मानदेय न मिलने के कारण उनको आर्थिक कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है!महाराज ने अधिकारियों को शीघ्र भुगतान किए जाने के भी निर्देश दिए।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक सतपाल महाराज ने 26 करोड़ 48 लाख 94 हजार की लागत से निर्मित डांडा नागराजा ग्राम समूह पंपिंग योजना के रखरखाव हेतु अनुरक्षण मद के अंतर्गत धनराशि उपलब्ध होने के कारण 30 गांव में जलापूर्ति न होने को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही के भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए सतपाल महाराज ने अपने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मोटर मार्गो की दयनीय स्थिति से अधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा कि मोटर मार्ग की स्थिति लगातार जीर्ण क्षीर्ण होती जा रही है। उक्त मार्गों पर यातायात असुरक्षित हो गया है। जिसके कारण क्षेत्रवासियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सतपाल महाराज ने कहा कि वार्षिक अनुरक्षण मद से दमदेवल गड़री मोटर मार्ग, ओडगांव वौन्दरखाल मोटर मार्ग, सलाण ग्राम संपर्क मोटर मार्ग, दुधारखाल बड़डा ताड़केश्वर मोटर मार्ग, सतपुली दुधारखाल-धारकोट-सतपुली सिसल्डी मोटर मार्ग, सौफखाल- दिवोली-बंदरकोट नौलापुर मोटर मार्ग, कोटा-पिपली मोटर मार्ग, पाबौ-पांग-पिनाली-चोपण्यू मोटर मार्ग, भरतपुर- सेम-ग्वाड़-कुलासू मोटर मार्ग, जण्दादेवी- मरडा-स्योली-रीठाखाल मोटर मार्ग, बेरीखाल-मौन्दाणी-बछेली- बग्याली-जणदादेवी मोटर मार्ग, सतपुली-बरसूड़ी मोटर मार्ग, गवांणा- कमलखेत-बंदूण मोटर मार्ग, गवांणगवांणी-झलपाणी मोटर मार्ग, संगलाकोटी-भैडगांव मोटर मार्ग, बडोली-बिन्जोली मोटर मार्ग, वैन्दुल-मुसासु-तूनाखाल मोटर मार्ग, बिजोरापानी- कुणजखाल-कोलाखाल मोटर मार्ग, मरचूला-सराईखेत बैंजरो-पोखडा-सतपुली-पौड़ी मोटर मार्गों का अतिशीघ्र नवीनीकरण किया जाये।
बैठक में प्रभारी सचिव पेयजल डा. आर. राजेश कुमार, प्रमुख अभियंता स्तर-1 पीडब्लू डी हरीओम शर्मा, प्रबंध निदेशक पेयजल एस.के. पंत, मुख्य अभियंता गढ़वाल सुरेश चंद्र पंत, अधीक्षण अभियंता यांत्रिक मंडल देहरादून अनुज कौशिक, अधिशासी अभियंता यांत्रिक शाखा कोटद्वार विशाल कुमार आदि प्रमुख अधिकार उपस्थित थे।