देहरादून। आज विभिन्न राजनैतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों ने जिलाधिकारी देहरादून द्वारा देहरादून के प्रमुख स्थानों पर धरने एवं प्रदर्शनों पर रोक लगाने का विरोध करते उनसे तत्काल आदेश वापस लेने की मांग की है। ज्ञापन में सीपीएम ,आयूपी ,यूकेडी,कांग्रेस ,आन्दोलनकारी परिषद,जनवादी महिला समिति ,सामाजिक ,सांस्कृतिक मंच ,तंजिमें हिन्द,सीटू ,एटक ,किसान सभा,एआईएलयू आदि शामिल थे ।
आज ज्ञापन देने वालों सीपीएम सचिव अनन्त आकाश ,आयूपी के अध्यक्ष नवनीत गुंसाई ,कांग्रेस के लालचन्द्र शर्मा ,किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सजवाण ,महिला समिति की प्रदेश उपाध्यक्ष इन्दुनौडियाल ,सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष राकेश्वर पोखरियाल उत्तराखण्ड आन्दोलनकारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार ,नेताओं नेताजी संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रभात कुमार ,एआईएलयू के महान्त्री शम्भू प्रसाद ,बार कौंसिल उत्तराखण्ड की पूर्व अध्यक्ष रजिया पीपुल्स फोरम उत्तराखण्ड के अध्यक्ष जयकृत कण्डवाल ,यूकेडी के नेता लताफत हुसैन ,राष्ट्रीय उत्तराखण्ड पार्टी के महामंत्री वालेश बवानिया ,अमित पंवार आदि शामिल थे ज्ञापन उप जिलाधिकारी श्री विनोदकुमार को दिया ,उन्होने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया ।
ज्ञापन निम्नलिखित है :-
सेवामें
जिलाधिकारी महोदय
देहरादून ।
बिषय :- आपके आदेश धरना/प्रदर्शन /प्रतिबंध. 024, दिनांक 10 अक्टूबर 024 के सन्दर्भ में ।
महोदय ,
_उपरोक्त बिषयक आपके आदेश कि यातायात व्यवस्था तथा जन आक्रोश को मद्देनजर देहरादून शहर के मुख्य स्थान/चौक चौराहे पर जैसे ,एस्ले हाल ,गांधी पार्क ,घण्टाघर ,दर्शन लाल चौक ,तहसील चौक ,बुध्दा चौक तथा लैन्सडाऊन चौक के इर्दगिर्द जलूस ,प्रदर्शन तथा धरने प्रतिबिन्धित हैं ।इस सन्दर्भ में आपके द्वारा एकतरफा आदेश से हम लोग सहमत नहीं है ।आपके द्वारा जो भी स्थान प्रतिबन्धित सूची में डाले गये वे ऐतिहासिक स्थल है , जहाँ हमारे राष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहर हैं ,गांधी पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,देश के पहले प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहर नेहरू ,नेताजी सुभाषचंद्र बोस आदि महानुभावों की आदमकद मूर्तियां स्थापित हैं इसी प्रकार घण्टाघर के इर्दगिर्द संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर देश के प्रथम गृहमंत्री लोहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल,पर्वतीय गांधी इन्द्रमणी बडोनी ,हिमाचय पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय वित्त मन्त्री स्व हेमवन्ती नन्दन बहुगुणा जीव आदमकद मूर्ति लगी हुई है ।इसी प्रकार बुध्दा चौक पर बुध्द भगवान की आदमकद मूर्ति स्थापित है ।इसी प्रकार दीनदयाल पार्क में वर्तमान डबल इन्जन सरकार के प्रेणता पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी की मूर्ति स्थापित है ।इन महापुरूषों के मानने वाले वक्त बेबक्त एवं विशेष अवसरों उन्हें याद करने के लिये सामूहिक रूप से दशकों से एकत्रित होते रहे हैं आगे भी इकट्ठा होते रहेंगे ।जिला मुख्यालय होने वाले सभी प्रदर्शन इन्ही स्थानों से गुजरते रहे हैं ।पूर्व में भी देहरादून से दूर जंगल में धरने /प्रदर्शन का स्थान आवंटित किया गया जिसका सर्वत्र विरोध हुआ था ।
महोदय ,हमारे देश एक जनतान्त्रिक देश है जहाँ कोई अति महत्वपूर्ण फैसले लेने में चुने हुये जनप्रतिनिधियों, मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों तथा प्रमुख सामाजिक संगठनों तथा जानमानी हस्तियों की बैठक बुलाकर विचार विमर्श कर सोच समझकर फैसला लिया जाता है किन्तु आज पुलिस रिपोर्ट तथा कुछ लोगों से फीडबैक बड़े फैसले लिये जाते हैं जो कि जनतान्त्रिक व्यवस्था में ठीक नहीं है ।हमारी पार्टी उक्त फैसले की व्यापक समीक्षा की पक्षधर है ।कृपया सर्वदलीय बैठक बुलाकर
लिये गये आदेश पर पुर्नविचार करें ।