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टैक्सी एवं कैब चालकों को उनके कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया

ऋषिकेश।  चारधाम यात्रा एवं पर्यटन हेतु राज्य में आने वाले यात्रियों के आतिथ्य सत्कार को लेकर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद एवं भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक के तत्वाधान में टैक्सी एवं कैब चालकों को उनके कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

गढ़वाल मण्डल विकास निगम के पर्यटक आवास गृह स्थित सभागार में आयोजित इस दो दिवसीय प्रशिक्षण में ऋषिकेश के 21 टैक्सी चालकों ने प्रतिभाग किया जिन्हें आवश्कीय सापेंट स्किल, आतिथ्य सत्कार एवं संचार कौशल के बारे में जानकारी देते हुए टैक्सी चालन में इनके महत्व के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण के अन्तर्गत, इससे पूर्व 04 सत्र हरिद्वार में तथा 03 सत्र ऋषिकेश में सम्पन्न किये जा चुके हैं जिसमें लगभग 200 चालकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

ज्ञातव्य है कि उत्तराखण्ड में पर्यटन व्यवसाय को आकर्षक बनाने तथा पर्यटन सेक्टर के विकास हेतु सरकार द्वारा अनेक अभिनव प्रयोग किये जा रहे जिसके अन्तर्गत अंतरराष्ट्रीय परामर्शदायी संस्था के.पी.एम.जी. कार्य कर रही है और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक के वित्तीय सहयोग से टैक्सी एवं कैब चालकों तथा दूर ऑपरेटरस् को आतिथ्य सत्कार, सॉफ्ट स्किल एवं संचार कौशल विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी क्षमताओं एवं ज्ञान का विकास किया जा रहा है।

प्रशिक्षण कार्य हेतु के.पी.एम.जी द्वारा रिसर्च एवं ट्रेनिंग के क्षेत्र में अनुभवी संस्था एकेडमी ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज को ट्रेनिंग पार्टनर के रूप में अनुबंधित किया गया है।

प्रशिक्षण के दौरान एकेडमी ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज (ए.एम.एस) के प्रशिक्षकों द्वारा टैक्सी/कैब चालकों को यह बताया गया कि पर्यटकों के साथ मृदु तथा शिष्टाचार पूर्ण व्यवहार से जहां एक ओर उनके व्यवसाय में वृद्धि होगी वहीं दूसरी ओर राज्य की अलग छवि बनेगी परिणामस्वरूप उत्तराखण्ड में पर्यटन का विकास तेजी से होगा। आतिथ्य एवं संचार कौशल में निपुण चालक अपनी आर्थिकी में भी समृद्धि ला सकता है।

प्रशिक्षकों द्वारा यह भी बताया गया कि किस प्रकार एक जानकार चालक पर्यटकों को राज्य की सांस्कृतिक, सामाजिक एवं ऐतिहासिक महत्व के विषयों के अतिरिक्त स्थानीय उत्पादों के बारे में भी जानकारी दे सकता है ताकि पर्यटक राज्य के बारे में अच्छे अनुभवों के साथ वापस लौट सके।

प्रशिक्षण में भाग ले रहे चालकों ने यात्रियों के साथ हुए अपने अनुभवों को भी साझा किया तथा तीर्थाटन को अधिक प्रभावी बनाये जाने के लिए टैक्सी सेवाओं को सुचारू बनाए जाने के बारे में सुझाव दिये।

प्रशिक्षण में ऐकडमी ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज के वरिष्ठ प्रशिक्षक  एस.एन. जोशी,  जे.सी. पाण्डे, पर्यटक आवास गृह, ऋषिकेश के वरिष्ठ प्रबंधक  कैलाश कोठारी एवं ए.एम.एस के सीनियर फील्ड ऑफिसर राकेश चौहान मौजूद रहे।