ऋषिकेश: कैलाश गेट और स्वर्ग आश्रम को जोड़ने वाला नव निर्मित जानकी सेतु पर लगातार पुलिस को असामाजिक तत्वों को घूमने की शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद पुलिस ने इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस पिकेट को तैनात कर दिया है।
पुलिस पिकेट इन असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखकर कार्रवाई करेंगे। स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्थित नव निर्मित जानकी सेतु पर लगातार उपद्रवियों के घूमने की शिकायत के बाद पुलिस ने कमर कस ली है। जिसके बाद असामाजिक तत्व की हल्की सी हिमाकत उनको जेल पहुंचा देगी। दरअसल, लक्ष्मण झूला थाना पुलिस ने जानकी पुल पर पुलिस पिकेट को तैनात किया गया है।
पुलिस पिकेट में तीन लोग शामिल रहेंगे। जिसमें एक उपनिरीक्षक व दो सिपाही लगातार असमाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखेंगे। खास बात यह है कि मुनिकीरेती क्षेत्र से आने वाले असामाजिक तत्वों को इस क्षेत्र के पुलिस पिकेट भी दिखाई नहीं देगी, पुल से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति की मास्क और हेलमेट की चेकिंग भी पुलिस पिकेट ही करती नजर आएगी।
ठंड को देखते हुए पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा गया है। पिकेट के पास बीट बॉक्स भी बनाया गया है। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार गौरतलब है कि 2006 में मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के द्वारा स्वर्ग आश्रम और मुनी की रेती को जोड़ने के लिए जानकी सेतु बनाने का ऐलान किया था, लेकिन राजनीतिक उठापटक के कारण इस पुल को बनने में 14 वर्ष लग गए। हालांकि, अब जानकी सेतु बनकर तैयार हो गया है.का दावा है कि असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस पिकेट मील का पत्थर साबित होगी।