देहरादून: कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा रखी है। उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले कम होते नहीं दिख रहे हैं। इसी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने वर्तमान शैक्षिक सत्र में नवीं और ग्यारहवीं की गृह परीक्षाएं नहीं कराने का फैसला लिया है। ऐसे में नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के ही अगली क्लॉस में प्रमोट कर दिया जाएगा।
हालांकि, निजी स्कूलों को गृह परीक्षाएं कराने की छूट होगी।प्रदेश के सरकारी स्कूलों में एक से पांचवीं तक के बच्चों की परीक्षाएं नहीं होती हैं। इन बच्चों को मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है, लेकिन कक्षा छह से कक्षा आठ तक के बच्चों के मासिक टेस्ट करा जाता है, जिसके आधार पर उन्हें वर्तमान शैक्षिक सत्र में प्रमोट किया जाता है।
ऐसे में अब शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण को देखते नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों की गृह परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। इन कक्षाओं के बच्चों को बिना परीक्षा के ही अगली क्लॉस यानी 10वीं और 12वीं के लिए प्रमोट कर दिया जाएगा। शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि यह निर्णय सरकारी स्कूलों के लिए लिया गया है। हालांकि, निजी स्कूलों को इससे छूट होगी कि वह नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों का गृह परीक्षा कराना चाहते हैं या नहीं।