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पत्रकारों को रिहा कर उच्च हो स्तरीय जांच , उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने यूपी के मुख्यमंत्री से मांग की

देहरादून: उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बलिया में हाई स्कूल के अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र लीक मामले में पत्रकारों की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए प्रकरण की निष्पक्ष व उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। यूनियन ने कहा कि मात्र आरोपों के आधार पर पत्रकारों का उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए।

परेड ग्राउण्ड स्थित एक रेस्टोरेंट में यूनियन के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह कण्डारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान बलिया में अंग्रेजी का प्रश्नपत्र लीक होने की खबरों का संज्ञान लेते हुए कहा गया कि कई समाचार पत्रों में यह प्रकरण प्रमुखता से प्रकाशित हुआ। इससे प्रश्नपत्र लीक होने से स्थानीय प्रशासन की गोपनीयता पर भी सवाल खड़े हुए। पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपित अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ उन पत्रकारों को भी गिरफ्तार किया ,जिन्होंने इस प्रकरण का खुलासा किया। बताया जा रहा है कि पुलिस व प्रशासन इस प्रकरण का खुलासा करने वाले पत्रकारों से दबाव डालकर यह जानना चाह रहे थे कि उनके पास प्रश्नपत्र लीक होने की सूचना किस माध्यम से आयी। पत्रकारों ने इस पर आपत्ति जताते हुए सूचना का स्त्रोत बताने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने पत्रकारों की गिरफ्तारी की।

उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गिरफ्तार किए पत्रकारों को रिहा करने व इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।

इस अवसर पर यूनियन के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह कण्डारी, यूनियन के सरंक्षक नवीन थलेड़ी, उत्तरांचल प्रेस क्लब अध्यक्ष जितेन्द्र अंथवाल, प्रेस क्लब महामंत्री ओपी बेंजवाल, क्लब कोषाध्यक्ष नवीन कुमार, पत्रकार यूनियन के महामंत्री हरीश जोशी, संगठन मंत्री विनोद पुंडीर, गढ़वाल प्रभारी संजय किमोठी, सचिव सुशील रावत, संगठन के वरिष्ठ सदस्य दर्शन सिह रावत, नीरज कोहली, इंद्रेश कोहली, राजेश बड़थ्वाल, प्रचार मंत्री अभय कैंतुरा, राजू पुशोला आदि उपस्थित थे।