रुद्रपुर: टांडा रेंज के जंगल में वन तस्करों द्वारा खैर के 22 पेड़ काटने का मामला सामने आया है। हालांकि, वन तस्कर खैर के गिलटे ले जाने में नाकाम रहे। वन विभाग की टीम ने 22 पेड़ों को बरामद कर अज्ञात के लिए मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उधम सिंह नगर में वन तस्करों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।ताजा मामला तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज के पत्थर चट्टा क्षेत्र का है, जहां पर वन तस्करों ने खैर के 22 पेड़ों पर आरा चला दिया। गनीमत रही कि गश्त के दौरान वन विभाग टीम को जंगल में पड़े खैर के गिलटे नजर आ गए। जांच के दौरान टीम को पता चला कि खैर के पेड़ों को टांडा के जंगल पत्थर चट्टा क्षेत्र से काटा गया है। जिसके बाद वन विभाग ने खैर की लकड़ियों को जब्त कर रेंजर दफ्तर परिसर में रख दिया।
मामले में टांडा रेंज के रेंजर ने वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में खैर की कीमत लाखों रुपये में है। रेंजर अजय लिंगवाल ने बताया कि 5 दिसंबर को वन विभाग की टीम पत्थर चट्टा के पास गश्त कर रही थी। तभी टीम को खैर के पेड़ गिरे हुए मिले। वन तस्करों द्वारा 22 खैर के पेड़ों को काटा गया है। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।