देहरादून— बालावाला स्थित तुलसा वाटिका में खत्री परिवार द्वारा आयोजित नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत कुश्ती प्रतियोगिता का भव्य समापन हुआ। प्रतियोगिता के अंतिम दिन बतौर मुख्य अतिथि देहरादून नगर निगम के मेयर सौरभ थपलियाल उपस्थित रहे। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहल न केवल युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें नशे जैसी बुराइयों से दूर रखने में भी सहायक सिद्ध होती है। उन्होंने आशा जताई कि यह प्रतियोगिता प्रतिवर्ष आयोजित की जाएगी जिससे उत्तराखंड के युवाओं में कुश्ती के प्रति जुनून उत्पन्न होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी, राज्य आंदोलनकारी और भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी उत्तराखंड के कोषाध्यक्ष मोहन खत्री ने की। उन्होंने नशे को समाज की एक गंभीर बीमारी बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा रोग है जो व्यक्ति के साथ पूरे परिवार को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि परिवार की भूमिका इस बुराई को रोकने में बेहद अहम है।
दंगल समिति के आयोजक मनीष खत्री ने बताया कि प्रतियोगिता में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, अयोध्या (उत्तर प्रदेश), पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से आए पुरुष और महिला पहलवानों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन की अंतिम कुश्ती विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जिसमें महंत संजय दास ने अपने प्रतिद्वंद्वी को हराकर 31,000 रुपये का विशेष इनाम जीता।
दंगल को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए, जिन्होंने महिला और पुरुष पहलवानों के साहसिक दांव-पेंच देखे और उत्साहपूर्वक तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया।
इस आयोजन में समिति के सदस्य राजवीर नेगी, अजय खत्री, संदीप खत्री, भूपेश जोशी, राम सिंह कृषवाल, हिम्मत राणा, किशन रमोला, जीतेन्द्र नेगी, देवेन्द्र चौधरी, दिगम्बर नेगी और विशाल राणा सहित कई महिलाएं भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं।