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राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सीपीएम राज्य कमेटी ने चिन्ता व्यक्त की 

देहरादून । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की दो दिवसीय बैठक कामरेड गंगाधर नौटियाल की अध्यक्षता में यहाँ राज्य कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई ,बैठक में केन्द्रीय कमेटी की ओर से प्रर्वेक्षक कामरेड बीजू कृष्णन बिशेष रूप से उपस्थित थे ।

बैठक में राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिऐ भाजपा सरकार की नीतियों को सीधेतौर‌ पर जिम्मेदार ठहराया तथा कहा है कि बीजेपी की नीतियां भूमाफियाओं तथा अपराधियों को संरक्षण दे रही हैं जिसकारण राजधानी सहित अनेक जिलों में आयेदिन हत्या की घटनाऐं हो रही है ।बैठक में कहा गया है‌ कि भाजपा सरकार पुलिस के माध्यम से सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों को फंसा रही है ।बैठक में भूमाफियाओं तथा अधिकारियों की मिलीभगत से खुर्दबुर्द जमीनों के दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न होने पर चिन्ता जताई गयी ।

बैठक में चारधाम यात्रा में स्थानीय लोगो के रोजगार छीनने पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुऐ सरकार को चेतवानी दी गई यदि सरकार अपने रवैया नहीं बदलती तो‌ पार्टी सरकार के खिलाफ बड़ा आन्दोलन करेगी ।बैठक में नवादा में ईसाई परिवारों के घर में घुसने वाले असमाजिक तत्वों की अभी तक गिरफ्तार न किया जाना असमाजिक तत्वों को संरक्षण देना है ।बैठक में जोशी मठ में दलित उत्पीड़न की घटना कि कड़े शब्दों की निन्दा करते हुऐ आरोपियों की गिरफ्तारी करने कि मांग कि है ।

बैठक में हरिद्वार में दलित महिला की बलात्कर के बाद हत्या में लिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी न होना पुलिस द्वारा अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है ।

बैठक में रणबीरसिंह न्यायिक हिरासत में हत्या कि जांच न होना तथा पीड़ित परिवार की समुचित सहायता न किया जाना सरकार की जनविरोधी नीतियों का हि हिस्सा है ।बैठक में रणबीरसिंह की हत्या के उच्चस्तरीय जांच सन्दर्भ में 29 जुलाई के राज्य सचिवालय को समर्थन दिया गया ।बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में भूमाफियाओं एवं राजनेताओं तथा अफसरशाही द्वारा भूमि घोटालों में संलिप्तता की उच्चस्तरीय जांच कि मांग कि गई ।

बैठक में प्राकृतिक आपदा से पीड़ित को समुचित सहायता देने की मांग कि गई ।

बैठक मे ं राज्य सचिव राजेन्द्र नेगी ,सुरेन्द्र सजवाण ,राजेन्द्र पुरोहित इन्दु नौडियाल ,शिवप्रसाद देवली,भूपाल सिंह रावत ,महेन्द्र जखमोला ,लेखराज ,अनन्त आकाश, नितिन मलेठा,मदन मिश्रा ,कमलेश गौड ,राजाराम सेमवाल ,बिरेन्द्र गोस्वामी ,भगवान राणा ,आर पि जोशी ,कमरूद्दीन ,माला गुरूंग ,एन एस पंवार ,शम्भू ममगाई ,हिमान्शु चौहान ,उमा नौटियाल ,दमयन्ति नेगी आदि ने विचार व्यक्त किये ।