-9 अप्रैल 1964 को जनपद पौड़ी गढ़वाल के सीरौं गाॅंव, पट्टी असवालस्यूं में जन्म
-हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्व विधालय में रहे छात्र संघ अध्यक्ष
-नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए
-2013में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने
-10 मार्च 2021 को उत्तराखण्ड के 10वें मुख्यमंत्री बने
देहरादून: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपना जन्मदिन शुक्रवार को तिलक रोड स्थित बाल वनिता आश्रम में बच्चों के बीच केक काट कर मनाया । पस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाल वनिता आश्रम को 51,000 की राशि भी भेंट की।
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई दिग्गजों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जन्म 9 अप्रैल 1964 को जनपद पौड़ी गढ़वाल के सीरौं गाॅंव, पट्टी असवालस्यूं , उत्तराखण्ड में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कलम सिंह रावत है।
तीरथ हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्व विधालय में छात्र संघ अध्यक्ष और छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।
इसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। इसके बाद 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए तथा विधान परिषद् में विनिश्चय संकलन समिति के अध्यक्ष बनाये गए।
वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे। इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए।
तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे2013 उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबन्धन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे।
वर्ष 2012 में चौबटाखाल विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए और वर्ष 2013में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने।
10 मार्च 2021 को तीरथ सिंह रावत उत्तराखण्ड के 10वें मुख्यमंत्री बने। रावत को पौड़ी सीट से भारत के 17वें लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाया गया था, जिसमें वे भारी मतों से विजयी हुए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी कांग्रेस के मनीष खंडूड़ी को 2,85,003 से अधिक मतों से हराया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह के जन्मदिन पर तिलक रोड स्थित बाल वनिता आश्रम में उनकी दीर्घायु के लिए यज्ञ भी किया गया। वहीं मुख्यमंत्री ने अपने जन्मदिन के मौके पर बच्चों के बीच केक काटकर खुशी मनाई
उन्होंने इस अवसर पर बाल वनिता आश्रम में रहने वाले बच्चों के लिए 51,000 की धनराशि भी देने की घोषणा की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वो अपने जन्मदिन को कुछ खास लोगों के साथ मनाना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने इन बच्चों का चुनाव किया है।
उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति समाज की एक जिम्मेदारी है और जब ये बच्चे बेहतर करेंगे तो ही प्रदेश और देश का विकास होगा।