देहरादून। खादी ग्रामोद्योग राज्य सरकार के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के आखिरी दिन लोगों की खूब भीड़ उमड़ी। एक ही परिसर में कई तरह के हस्तनिर्मित उत्पाद, पहाड़ी दालें, खादी उद्योग से जुड़े तमाम उत्पादों की लोगों ने जम कर खरीदारी की।
प्रदर्शनी के अंतिम दिन आज राज्य निदेशक संजीव राय ने सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किये। इस दौरान राज्य निदेशक संजीव राय ने कहा कि खादी प्रदर्शनी में उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर के लगभग 72 स्टाल लगाए गए थे।
इन सभी स्टालों पर खादी और ग्रामोद्योग से जुड़ेउत्पाद उत्पादों की लोगों ने अच्छी-खासी खरीदारी की है। जिससे इन सभी स्टॉल संचालकों को भी अच्छी आय हुई है। समूहों के द्वारा एक व्यक्ति को नहीं बल्कि उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों को लाभ मिलता है।
उन्होंने कहा कि हस्त निर्मित उत्पादों की वर्तमान में डिमांड बढ़ रही है जिसके चलते खादी प्रदर्शनी में भी ऐसे उत्पाद काफी पंसद किये गये। उन्होंने कहा कि मेले में नाट्य मंचों द्वारा खादी के प्रति जागरूकता संबंधी नाटक प्रस्तुत किए गए और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ। जिनको लोगों ने खूब सराहा।
सात दिवसीय खादी प्रदर्शनी में उत्तराखंड की दालों के साथ ही अन्य उत्पादों की भी काफी खरीदारी लोगों ने की है।
स्थानीय उत्पादों के साथ ही अन्य राज्यों के सामान भी लोगों को यहां मिले। कपड़ों से लेकर स्किन केयर तक के सामान स्टालों पर उपलब्ध रहे। बांस और मुज घास से बनी टोकरियां, फूलदान, बांस के पर्दे आदि लोगों ने खूब खरीदे। खादी प्रदर्शनी के पहले दिन खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने ग्रामीण कारीगरों को ग्राम उद्योग विकास योजना के अंतर्गत 700 मशीनरी और टूल किट का वितरण भी किया था।
कार्यक्रम के अंतिम दिन सहायक निदेशक प्रथम बी.एस. कंडारी, सहायक निदेशक द्वितीय जे.एस. मलिक सहित खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।