पौड़ी: राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मैदानी इलाकों के सभी अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी भी है, जिसकी वजह से मरीज अब पहाड़ी इलाकों की तरफ बढ़ने लगे हैं।
गढ़वाल के पर्वतीय क्षेत्रों के सबसे बड़े राजकीय बेस हॉस्पिटल श्रीनगर में पिछले कुछ दिनों में जिस तेजी से मरीज बढ़े हैं, वह इसका प्रमाण है। इस हॉस्पिटल में न सिर्फ उत्तराखंड, बल्कि यूपी, हरियाणा और दिल्ली से भी मरीज आ रहे हैं।
आमतौर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पहाड़ों से मैदानी क्षेत्रों में जाने का सिलसिला इन दिनों उल्टा हो गया है।
तेज रफ्तार से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के कारण प्रदेश के देहरादून, हरिद्वार आदि जैसे मैदानी क्षेत्रों के अस्पतालों में जगह नहीं बची है। ऐसे में वहां से निराश लौटते मरीज पहाड़ के अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में श्रीनगर के बेस हॉस्पिटल में बड़ी तादाद में कोरोना मरीज आए हैं, जिसके कारण अस्पताल के 30 बेड वाला आईसीयू फुल हो गया है।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केपी सिंह ने कहा कि मरीजों के बढ़ते दबाव के कारण 200 बेड वाले कोविड बेस अस्पताल में आईसीयू फुल हो गया है। इसलिए केवल आक्सीजन सपोर्ट बेड्स पर ही मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
डॉ. सिंह ने कहा कि अब नॉन कोविड 500 अतिरिक्त बेड्स पर कोरोना के इलाज की सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। इस बीच अस्पताल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती देख वेंटिलेटर्स भी लगाए जा रहे हैं।
आईसीयू के नोडल अफसर डॉ. अजय विक्रम सिंह ने कहा कि इस बेस हॉस्पिटल में 120 वेटिंलेटर्स थे, जिनमें से 40 को देहरादून भेज दिया गया है। हाल के दिनों में यहां मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अब बचे सभी 80 वेटिंलेटर्स को भी इंस्टॉल कर लिया गया है।