अनन्त आकाश
हां इसी दिन दिल्ली के असेंबली भवन के सेंट्रल हाल में दर्शक दीर्घा से भगत सिंह,बटुकेश्वर दत्त और विजय कुमार ने बहरो को सुनाने के लिए बम धमाका किया था।
इंकलाब,,जिंदाबाद,साम्राज्यवाद ,,मुर्दाबाद का नारा लगाया और अपने को गिरफ्तार कराया था।
उन्होंने यह क्रांतिकारी काम उस बिल को पास होने से रोकने के लिए किया था जो मजदूर यूनियनों पर अनेक पाबंदियां लगा रहा था और उनके हड़ताल के अधिकार को खत्म कर रहा था।
एक था पब्लिक सेफ्टी बिल और दूसरा इंडस्ट्रीयल डिस्प्यूट अमेंडमेंट बिल
गोरी सरकार ने अनेक मजदूर और कम्यूनिस्ट नेताओं पर मेरठ षड्यंत्र केस चला कर गिरफ्तार कर लिया था।इस केस की दुनिया भर में निंदा हुई थी।बर्नार्ड शॉ और आइंस्टाइन ने भी विरोध किया था।बचाव पक्ष की कमेटी के अध्यक्ष प मोतीलाल नेहरू थे।
इसी गिरफ्तारी के बाद लाहौर के सांडर्स हत्या काण्ड में भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी गई ।
इंकलाब जिंदाबाद।साम्राज्यवाद मुर्दाबाद !*
शहीदे आजम बटुकेश्वर दत्त
सादर नमन! लाल सलाम!