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वार्ड नंबर 93 की ॐ विहार कॉलोनी के लोगों पर चुनावी लहर की गरमाहट नहीं, कॉलोनी वासियों ने सर्वसम्मति से नोटा का बटन का किया फैसला 

निवर्तमान पार्षद झांकने भी कॉलोनी में नहीं आईं इससे कॉलोनी वासियों में काफी आक्रोश

देहरादून। आजकल जहां उत्तराखंड में ठंड ने समूचे प्रदेश को ठिठुरने पर आमादा कर लिया है वहीं इन्हीं बीच निकाय चुनावों की सरगर्मियां तेजी से दून के माहौल को गर्म कर रही है।  लेकिन देहरादून के आर्केडिया गोरखपुर के वार्ड नंबर 93 की ॐ विहार कॉलोनी के लोगों पर इस चुनावी लहर की कोई गरमाहट नहीं दिखाई दे रही है पूछने पर कॉलोनी वासियों का कहना है कि आखिर कब तक जनता मोदी के नाम पर वोट कर तथाकथित नेताओं को कुर्सी पर बिठाएगी पूर्व में भाजपा के टिकट पर महिला शीट होने के कारण बीना रतूड़ी को पार्षद की शीट पर चुनावी मैदान पर उतारा था और जनता ने उनका भरपूर सहयोग किया था।  लेकिन निवर्तमान पार्षद बदले में सहयोग तो छोड़ बगल झांकने भी कॉलोनी में नहीं आईं इससे कॉलोनी वासियों में काफी आक्रोश है।

इस बार सभी कॉलोनी वासियों ने सर्वसम्मति से नोटा का गुलाबी बटन दबा कर चुनाव में पार्षद प्रत्याशी का विरोध करने का फैसला लिया है इससे कहीं न कहीं पार्टियों के साथ साथ अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों को भी झटका लगने की उम्मीद है विदित हो कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार बीना रतूड़ी की जगह किसी अन्य प्रत्याशी पर दांव खेला है अब महत्वपूर्ण बात यह है कि मेयर भाजपा का राज्य में सरकार भाजपा की और केंद्र में भी सरकार भाजपा की होने के बाद भी जब यह हाल है तो फिर अन्य दलों से कॉलोनी वासी क्या उम्मीद कर सकते हैं । स्ट्रीट लाइट कई दफा अपने खर्चे पर ठीक करवाई जाती हैं। पार्षद को फोन करो तो फोन नहीं उठाया जाता और विधायक द्वारा भी कॉलोनी की उपेक्षा की गई है।

इस दौरान एस पी मैठाणी, एस पी शिलोडी, जगदीश गिरी, एस सी किमोठी, प्रमोद वशिष्ठ, बलबीर सिंह बिष्ट, केएन किमोठी, राहुल किमोठी, मनीष परमार और अन्य लोग भी शामिल थे