देहरादून। तीन वामपंथी पार्टियां- भाकपा, माकपा, भाकपा(माले) संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर के खिलाफ राज्य सभा में गृह मंत्री अमित शाह की अवमाननाकारी टिप्पणी के खिलाफ वाम दलों के राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस पर आज दीनदयाल पार्क में कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया ।ज्ञापन जिलाधिकारी कि अनुपस्थिति में उपजिलाधिकारी मुख्यालय को दिया ।आज बड़ी संख्या में सिपिआई ,सिपिएम ,सिपिआई (माले) के कार्यकर्ता देहरादून के दीनदयाल उपाध्याय पार्क में एकत्रित हुऐ तथा अमित शाह की बर्खास्तगी के लिऐ ज्ञापान पढा़ तथा एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया ।
इस अवसर पर वाम नेताओं ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार निरंतर संविधान और लोकतंत्र पर हमला कर रही है. लोकसभा चुनावों में उसके संविधान और लोकतंत्र विरोधी रवैये के लिए उसे जनता ने बहुमत के आंकड़े से नीचे समेट दिया. लेकिन उसके बावजूद अपने संविधान और लोकतंत्र विरोधी रुख पर भाजपा कायम है । वामनेताओं ने देश की आजादी के समय से ही आरएसएस और भाजपा का पूर्ववर्ती जनसंघ, बाबा साहब अंबेडकर के बनाए संविधान के बजाय मनुस्मृति थोपना चाहता था. हिंदू कोड बिल पर भी अंबेडकर के खिलाफ सबसे मुखर विरोध करने वालों में ये लोग शामिल थे ।
वामनैताओं नै कहा है कि राज्यसभा में अमित शाह ने जब अंबेडकर के नाम लेने को फैशन बताते हुए जो टिप्पणी की, उसमें उनके मातृ संगठन की डॉ. अंबेडकर के प्रति द्वेषपूर्ण मानसिकता की झलक साफ देखी जा सकती है. भाजपा का राजनीतिक विचार चूंकि आधुनिक, प्रगतिशील, लोकतांत्रिक भारत के विपरीत प्रतिगामी विचार है, इसलिए उन्हें डॉ अंबेडकर, उनके विचार और संविधान से परेशानी है. इस दृष्टिकोण को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है ।वक्ताओं नै कहा है कि डॉ.अंबेडकर की अवमानना के लिए अमित शाह को तत्काल केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए ।
इस अवसर पर सिपिआई के राज्यसचिव कामरेड जगदीश कुड़ियाल, सिपिएम राज्यसचिव राजैन्द्र पुरोहित , सिपिआई एम एल के राज्यसचिव इन्द्रैश मैखुरी, सिपिआई (एम)जिला सचिव शिवप्रसाद दैवलि,देहरादून सचिव अनन्त आकाश एटक कै महामंत्री अशोक शर्मा ,किसान सभा कै प्रदैश अध्यक्ष सुरैन्द्र सजवाण ,सीआई टियू कै महामंत्री लेखराज ,एआईएलयू कै महामंत्री शम्भू प्रसाद ममगाई, जनवादी महिला समिति की महामंत्री दमयन्ति नैगि,महिपाल बिष्ट ,भगवन्त पयाल,प्रेमा,एस एस नैगि, धनश्याम ,विक्रम पुण्डीर, नरेन्द्र ,रविंद्र नौडियाल,अभिषैक भण्डारि,गजेन्द्र दत्त डंगवाल,दिपैन्द्रसिंह ,किरण यादव,अर्जुन रावत ,सोनू आदि बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे ।