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14 जुलाई से शरू होगा कावड़ मेला, सात फीट से ऊंची कांवड़ पर रहेगी रोक

देहरादून: 14 जुलाई से कावड़ मेला शुरू होने जा रहा है I जिसको लेकर बुधवार को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की डामकोठी में बैठक हुई I बैठक में कांवड़ मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव दिए।

बैठक में तय किया गया कि दूसरे जनपदों से हरिद्वार आने वाले शिवभक्तों की सूची बनाई जाएगी और सीमावर्ती जिलों में साझा की जाएगी। सात फीट से ऊंची कांवड़ पर रोक रहेगी और कांवड़िये अपनी आईडी साथ लेकर आएंगे।

बुधवार को गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में सीमावर्ती जनपद सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर के जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। गढ़वाल आयुक्त ने सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि हरिद्वार की ओर प्रस्थान करने वाले कांवड़ियों की सूची सभी जिले जरूर तैयार करें। सूची को सभी सीमावर्ती जिलों के साथ साझा करें। आकस्मिक समय पर इससे काफी मदद मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण बड़ी चुनौती है, इसलिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक सात फीट तक होनी चाहिए ताकि यात्रा में परेशानी न खड़ी हो। इससे ऊंची कांवड़ पर रोक रहेगी। कहा कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिए, जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने बताया कि 14 जुलाई से 27 जुलाई तक कांवड़ मेला चलेगा। उन्होंने कहा कि इस साल कांवड़ियों की संख्या चार करोड़ हो सकती है। एसएसपी हरिद्वार डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यात्रा पर आने वाले कांवड़िये अपने साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें। रोड साइड के सभी दुकानदार अपनी असली आईडी जरूर रखें। 

बैठक में डीएम विनय शंकर पांडेय ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान प्रयोग किए जाने वाले जुगाड़ वाहनों से यात्रा के दौरान परेशानी खड़ी हो सकती है। इस पर गढ़वाल आयुक्त ने रोक लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सीमावर्ती जनपदों से लेकर हरिद्वार तक किस तरह का ट्रैफिक प्लान होगा, इसको लेकर विचार-विमर्श किया। साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें। रोड साइड के सभी दुकानदार अपनी असली आईडी जरूर रखें।