हरिद्वार: हरिद्वार में श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने वेब सीरीज रामयुग पर बैन लगाने की मांग की है। कौशिक ने अधिवक्ता अरविन्द कुमार श्रीवास्तव के माध्यम से केंद्रीय संचार व कानून मंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया है।
ज्ञापन के द्वारा वेब सीरीज रामयुग पर बैन लगाने तथा निर्माता-निर्देशक, कलाकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
इस दौरान पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वेब सीरिज के पहले एपिसोड में ही लक्ष्मण, परशुराम व श्रीराम के संवादों को भ्रमित तरीके से प्रस्तुत किया गया। इससे सनातन धर्म के आराध्य श्रीराम, माता सीता व भगवान परशुराम का अपमान किया गया है। फिल्म में सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ रामायण की भ्रमित व्याख्या कर रामायण का भी अपमान किया गया है।
पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि सनातन धर्म का अपमान कतई सहन नहीं किया जाएगा। सरकार तत्काल वेब सीरिज के प्रसारण पर रोक लगाए। निर्माता-निर्देशक व कलाकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे।
पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वेब सीरिज के माध्यम से सनातन हिन्दू धर्म का अपमान करने वाले निर्माता-निर्देशक व कलाकारों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन हिंदू धर्म को अपमानित करने की बार-बार कोशिशें की जा रही हैं।
सरकार को इस तरह की कोशिशों पर रोक लगाने के लिए कठोर कानून लागू कर कड़ी सजा का प्रावधान करना चाहिए। ज्ञापन की प्रति जिला अधिकारी, एसएसपी, कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी को भी प्रेषित कर निर्माता-निर्देशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
निर्माता-निर्देशक के अनुसार वेब सीरीज रामयुग की कहानी वाल्मीकि रामायण पर ही आधारित है। लेकिन तकनीक के सहारे इसे अत्यंत आधुनिक बनाया गया है। कुणाल कोहली निर्देशित इस वेब सीरीज में भगवान राम की कहानी दिखाई गई है, जिसे अलग अंदाज में पेश करने की कोशिश की गई है।
इसमें दिगंत मनचले, अक्षय डोगरा, ऐश्वर्या ओझा, कबीर दुहन सिंह, विवान भाटेना, नवदीप पल्लापोलु, अनीश जॉन कोक्कन, शिशिर मोहम शर्मा, जतिन सियाल और श्वेता गुलाटी जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई हैं।
टिस्का चोपड़ा और अनूप सोनी भी अहम रोल में हैं। रामायण की पुरानी कहानी को नए कलाकारों के साथ नए कलेवर में पेश किया गया है। इस माइथोलॉजिकल शो को 6 मई को ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर रिलीज किया गया है।