देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ केन्द्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट एन0 के0 गुसाईं ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि सभी व्यवसायियों,प्रोफेसनल्स,ट्रान्सपोर्टर्स को राहत पैकेज प्रदान करते हुए राज्य में कम से कम 3 सप्ताह का कंपलीट लॉक डाउन लगाये,ताकि तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण से नागरिकों की जान बचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य की वर्तमान स्थिति कोरोना संक्रमण के कारण दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है,श्मशान घाट में मृतकों को जलाने हेतु लकड़ियों की कमी व कब्रस्थानों में जगह की कमी मृतकों की बात आए दिन सामने आ रही है आलम यह है कि सरकार को कब्रिस्तान में मृतक देहों को दफन करने व श्मशान घाट में मृतकों की जलाने हेतु अलग से अधिकारी की नियुक्ति करने को मजबूर होना पड़ा है।
गुसाईं ने कहा कि जहां एक और कोरोना का असर बढ़ता ही जा रहा है सरकार चाहे लाख दावा करे लेकिन अस्पतालों में दवाइयों,बैड,ऑक्सीजन बैड व मेडिकल स्टाॅफ की कमी अब जग जाहिर हो चुकी है,ये स्थिति निकट भविष्य में भयावह व पेनिक न हो इसलिए राज्य सरकार को वर्तमान में कोरोना संक्रमण के अंतिम हथियार के रूप में कम से कम 3 सप्ताह का सम्पूर्ण लाॅकडाउन लगा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस तालाबंदी को करने से पूर्व राज्य सरकार विभिन्न पेशों में लगे प्रोफेसनल्स,छोटे व्यापारियों, होटल,रेस्टोरेंट,होम स्टे सहित सभी व्यवसायियों का कम से कम दो महीने का बिजली व पानी का बिल माफ करने के साथ-साथ उन्हें एक राहत पैकेज भी प्रदान करे ताकि कोई भी व्यावसायी आर्थिक मजबूरी के कारण अवसाद में कोई गलत कदम उठाने को विवश न हो।