काविड-19 के मानक प्रक्रियाओं की अनदेखी होने पर किया जा सकता है लॉकडाउन: मुख्यमंत्री
मुंबईः महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर राज्य में सरकार की चिंता बढ़ा दी है। कई जिलों में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन के आसार बढ़ रहे है। बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कई जिलों में सख्त पाबंदियां भी लगा दी है।
वहीं तेजी से बढ़ रहे संक्रमण से चिंतित पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिला प्रशासन ने गुरुवार रात से दस दिवसीय लॉकडाउन का आदेश जारी कर दिया है।
यवतमाल के जिलाधिकारी एमडी सिंह के अनुसार जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक फरवरी से बढ़ रही है. और बुधवार तक की स्थिति के अनुसार यहां 606 संक्रमित उपचाराधीन हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि नए मामलों में लगभग 80 से 90 प्रतिशत मामले यवतमाल, पंढरकावड़ा और पुसद शहरों से सामने आ रहे हैं।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि इस दौरान स्कूल, कॉलेज, कोचिंग क्लास बंद रहने के साथ किसी भी धार्मिक कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी व शादी समारोह में केवल 50 व्यक्तियों को ही शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
वहीं यवतमाल, अमरावती, अकोला, बुलढाना और वाशिम. जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. व दो जिलों में आंशिक लॉकडाउन भी लगाया गया है।
प्रदेश में विदर्भ क्षेत्र के 11 में से पांच जिलों में गुरुवार को कोरोना संक्रमितों के 1,188 नए मामले आए, अमरावती में सबसे अधिक 597 मामलों के आए हैं, इसके बाद यवतमाल 237, अकोला 179, बुलढाना 134 और वाशिम 41 हैं।
इससे पूर्व विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले में शनिवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक सप्ताह के अंत में. लॉकडाउन की घोषणा की गई थी।
अमरावती जिले में सक्रिय संक्रमितों के मामले बुधवार को 3,468 थे. जो कि एक माह पूर्व 423 थे। वहीं अधिकारियों के मुताबिक जिले में कारोना संक्रमण से प्रतिदिन होने वाली मौतें एक माह पहले एक या दो थी .जो अब बढ़कर तीन चार हो गई है।
अमरावती डिविजनल कमिश्नर पीयूष सिंह से मिली जानकारी के अनुसार सभी पांच जिलों में प्रतिबंध लगाए गए हैं. सबसे अधिक प्रभावित जिले अकोला और अमरावती में शनिवार शाम पांच बजे से रविवार सुबह सात बजे तक आंशिक लॉकडाउन लागू किया गया है।
इन प्रतिबंधों के अलावा जिले के अकोला, अकोट और मुर्तिजापुर, अमरावती जिले के अमरावती और अचलपुर, यवतमाल जिले के यवतमाल, पुसद और पंढरकवाड़ा को कंटेनमेंट ज़ोन घोषित किया गया है।
वहींअमरावती डिवीजन में भी नए प्रतिबंध लागू होने के बाद सामाजिक.धार्मिक सभाओं की अनुमति नहीं होगी और शादी समारोहों में 50 से अधिक लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर पांच से अधिक लोगों को अनुमति नहीं होगी व दुकानें रात 8 बजे से पहले बंद हो जाएंगी और मास्क और सैनिटाइज़र के इस्तेमाल को सख्ती से लागू किया जाएगा।
डिविजनल कमिश्नर पीयूष सिंह ने कहा कि पांचों जिलों में कोविड रोगियों के संस्थागत क्वारंटीन पर भी जोर दिया जाएगा, जिनके घर में सुविधा है, वे अपने निवास पर खुद को क्वारंटीन कर सकते हैं।
इसके अलावा बृहन्मुंबई नगर निगम ;बीएमसी ने भी मुंबई में बढ़ रहे संक्रमितों के मामलों को लेकर गुरुवार को नई गाइडलाइन जारी की है। जिसके तहत शादी समारोह, सभागृह, रेस्टोरेंट, पब्स, क्लब्स आदि जगहों पर नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
साथ ही एक इमारत में 5 से अधिक मरीज पाए जाने पर उस इमरात को सील कर दिया जाएगा, रेल में बिना मास्क यात्रा करने वालो के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए 300 मार्शल नियुक्त किए गए हैं।
नई गाईड लाइन के अनुसार, को होम क्वारंटीन किये जाने वले लोगों की कलाई पर मुहर लगायी जाएगी व उनकी की जानकारी हाउसिंग सोसाइटियों को दी जाएगी।
क्वारंटीन किए गए लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए पाये जाने पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उसे संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी मंगलवार को चेतावनी दी थी कि, यदि सार्वजनिक समारोहों में मास्क पहनने की मानक प्रक्रियाओं की अनदेखी की जाती है तो लॉकडाउन फिर से लागू किया जा सकता है।