देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस और भाजपा के कई नेता हैं, जो आम आदमी पार्टी के संपर्क में बताए जा रहे हैं। पिछले दिनों उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के नाम को लेकर भी खूब चर्चाएं हुई थी,
हालांकि हरक सिंह ने इन चर्चाओं को सिरे से नकार दिया था। लेकिन अब एक बार फिर उत्तराखंड में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आने के कार्यक्रम के साथ ही यह चर्चाएं भी तेज हो गई हैं कि आखिरकार आम आदमी पार्टी में वह कौन से नेता हैं जो अब जाने की तैयारी कर रहा है।
चर्चाओं में यूं तो कई नाम शुमार हैं, लेकिन इनमें सबसे पहला नाम केदारनाथ में पुनर्निर्माण के कामों को लेकर चर्चाओं में आए निम के पूर्व प्रिंसिपल कर्नल अजय कोठियाल का है, इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और नरेंद्र नगर से भाजपा के नेता रहे ओम गोपाल रावत का नाम शामिल है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट कहते हैं कि ऐसे कई नेता हैं जो लगातार पार्टी के संपर्क में हैं, और आम आदमी से जुड़ना चाहते हैं आने वाले दिनों में ऐसे लोगों की लंबी फेहरिस्त सबके सामने होगी। आम आदमी पार्टी के इन दावों के बीच भाजपा ने सिरे से नकार दिया है।
प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा नेताओं का कहना है कि भाजपा के कार्यकर्ता पूरी तरह से निष्ठावान है और आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी। ऐसे में जो सपने आम आदमी पार्टी देख रही है। वह कभी भी पूरे नहीं होने वाले हैं।
उत्तराखंड में आज आदमी पार्टी की एंट्री से यदि सबसे ज्यादा हलचल है तो वह कांग्रेस में है। कांग्रेस में ऐसे कई नेता बताए जा रहे हैं जो अपनी पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस के लिए दिल्ली की तरह उत्तराखंड भी अब अस्तित्व का सवाल बन गया है। दिल्ली में जिस तरह कांग्रेस भाजपा और आम आदमी पार्टी पीछे रहकर तीसरे नंबर की पार्टी हो गई है.उसी तरह उत्तराखंड में भी यह स्थिति न हो, इसके लिए कांग्रेस फिलहाल आम आदमी पार्टी की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।
हालांकि, पूर्व सीएम हरीश रावत कहते हैं कि भाजपा फिलहाल आम आदमी पार्टी के कारण हसीन सपने देख रही है और आने वाले एक साल में कौन सत्ता तक पहुंचेगा, यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।