हल्द्वानी: स्वास्थ्य व्यवस्था में हमेशा से बदनाम रहने वाला सुशीला तिवारी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है।
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक सुशीला तिवारी अस्पताल में पिछले 7 महीनों के भीतर 633 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई है।
इनमें 239 कोरोना पॉजिटिव मरीज भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में रोजाना तीन मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो रही है।
वहीं, आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया का कहना है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं।
अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर लोग कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं। उसके बावजूद भी अस्पताल की व्यवस्था ठीक नहीं हो पा रही है।
रोजाना तीन मरीजों की मौत हो रही है जो एक गंभीर विषय है।शासन से बजट जारी होने के बाद भी व्यवस्था सुधारने के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
ऐसे में सुशीला तिवारी अस्पताल में लोग उम्मीद लेकर इलाज के लिए आते हैं, लेकिन रोज तीन मरीजों की हो रही मौत के चलते लोग अब सुशीला तिवारी अस्पताल में आने से कतराते हैं।