नई दिल्ली। दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिक्षा जगत से जुड़ी प्रतिष्ठित हस्ती अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में अवध ओझा का पार्टी में स्वागत किया गया। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अवध ओझा अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतर सकते हैं।
शिक्षा पर रहेगा फोकस
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने कहा, “मैं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे शिक्षा के लिए काम करने का मौका दिया। शिक्षा वह माध्यम है, जो परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा को उन्नत बनाता है। विश्व के जितने भी महान देश बने हैं, उनके विकास के पीछे शिक्षा का बड़ा योगदान रहा है।”
अवध ओझा ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता राजनीति में आकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना और इसे नए स्तर तक ले जाना है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों की सफलता पर प्रकाश
अपने संबोधन में अवध ओझा ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा, “दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 12वीं का परिणाम 97% तक पहुंच चुका है। 2015 में जहां सरकारी स्कूलों के केवल 15 बच्चों ने IIT-JEE MAINS क्वालिफाई किया था, वहीं इस साल यह संख्या 783 हो गई है।”
उन्होंने अपने प्रसिद्ध नारे को दोहराते हुए कहा, “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो इसे पीएगा, वह दहाड़ेगा।”
#WATCH अवध ओझा AAP पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और AAP नेता मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। pic.twitter.com/CWQVLNqn0U
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2024
केजरीवाल और सिसोदिया ने जताया भरोसा
अरविंद केजरीवाल ने अवध ओझा का स्वागत करते हुए कहा कि उनका पार्टी में आना शिक्षा के क्षेत्र में और भी बड़े सुधारों की दिशा में कदम होगा। मनीष सिसोदिया ने भी उम्मीद जताई कि ओझा का अनुभव और समर्पण पार्टी के एजेंडे को मजबूती देगा।
चुनाव में बढ़ी हलचल
अवध ओझा के AAP में शामिल होने से दिल्ली की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उनकी लोकप्रियता और शिक्षा के प्रति समर्पण को देखते हुए माना जा रहा है कि यह कदम आम आदमी पार्टी को आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण बढ़त दिला सकता है।